Marine insurance is a contract where the insurer compensates the insured against loss or damage to ships, cargo, and freight during transportation by sea.
Marine Insurance – Full Information in English & Hindi
🔹 1. Nature and Scope of Marine Insurance (समुद्री बीमा की प्रकृति और क्षेत्र)
Marine insurance is a contract where the insurer compensates the insured against loss or damage to ships, cargo, and freight during transportation by sea.
समुद्री बीमा एक अनुबंध है जिसमें बीमाकर्ता (insurer) बीमाधारक (insured) को समुद्री यात्रा के दौरान जहाज, माल और भाड़े को होने वाले नुकसान या क्षति के लिए मुआवजा देता है।
➤ Scope (क्षेत्र):
- Ship Insurance (जहाज बीमा) – जहाजों को समुद्री खतरों से बचाता है।
- Cargo Insurance (माल बीमा) – जलमार्ग से भेजे गए सामान को कवर करता है।
- Freight Insurance (भाड़ा बीमा) – मालवाहक जहाज के मालिक को भाड़े की सुरक्षा देता है।
- Liability Insurance (दायित्व बीमा) – तीसरे पक्ष के नुकसान के लिए कवरेज।

🔹 2. Classification of Marine Policies (समुद्री बीमा नीतियों का वर्गीकरण)
Marine insurance policies are classified as follows:
- Voyage Policy (यात्रा बीमा पॉलिसी) – केवल एक विशेष यात्रा के लिए मान्य।
- Time Policy (समय बीमा पॉलिसी) – एक निश्चित समयावधि के लिए कवर करती है।
- Mixed Policy (मिश्रित बीमा पॉलिसी) – यात्रा और समय दोनों को कवर करती है।
- Valued Policy (मूल्यांकित बीमा पॉलिसी) – बीमा राशि पहले से तय होती है।
- Unvalued Policy (अमूल्यांकित बीमा पॉलिसी) – नुकसान की गणना बाद में की जाती है।
- Floating Policy (फ्लोटिंग बीमा पॉलिसी) – कई शिपमेंट को कवर करती है।
- Port Risk Policy (पोर्ट रिस्क बीमा पॉलिसी) – जहाज के बंदरगाह पर रहने के दौरान कवर करता है।
🔹 3. The Marine Insurance Act, 1963 (समुद्री बीमा अधिनियम, 1963)
This Act regulates marine insurance in India and defines:
- Insurable Interest (बीमायोग्य हित)
- Indemnity (नुकसान की भरपाई का सिद्धांत)
- Warranties & Conditions (वारंटी और शर्तें)
यह अधिनियम भारत में समुद्री बीमा को नियंत्रित करता है और बीमायोग्य हित, क्षतिपूर्ति और नीति की शर्तों को परिभाषित करता है।
🔹 4. Insurable Interest & Insurable Value (बीमायोग्य हित और बीमायोग्य मूल्य)
- Insurable Interest – The insured must have a financial stake in the insured property. (बीमाधारक को बीमित वस्तु में वित्तीय हित होना चाहिए।)
- Insurable Value – The maximum value that can be claimed under the policy. (वह अधिकतम मूल्य जिसे नीति के तहत दावा किया जा सकता है।)
🔹 5. Marine Insurance Policy – Conditions & Warranties (समुद्री बीमा नीति – शर्तें और वारंटियाँ)
- Express Warranties (स्पष्ट वारंटी) – कानूनी रूप से बाध्यकारी शर्तें।
- Implied Warranties (निहित वारंटी) – जैसे कि जहाज का समुद्र में चलने योग्य होना।
- Construction of Policy Terms (नीति की शर्तों की व्याख्या) – कानूनी नियमों के आधार पर शब्दों की व्याख्या।
🔹 6. Salvage & Deviation (मलबा बचाव और मार्ग परिवर्तन)
- Salvage (मलबा बचाव) – क्षतिग्रस्त जहाज या कार्गो को बचाने की प्रक्रिया।
- Deviation (मार्ग परिवर्तन) – यदि जहाज तय मार्ग से भटकता है तो बीमा दावा अस्वीकार किया जा सकता है।
🔹 7. Perils of the Sea (समुद्री खतरे)
These include:
- Storms & Tsunamis (तूफान और सुनामी)
- Piracy (समुद्री डकैती)
- Collisions (टकराव)
- Fire & Explosions (आग और विस्फोट)

🔹 8. Partial Loss of Ship & Freight (जहाज और भाड़े का आंशिक नुकसान)
A. General Average (सामान्य औसत नुकसान)
- समुद्री खतरे के कारण होने वाला सामूहिक नुकसान जहाज, कार्गो और भाड़े में बाँटा जाता है।
B. Particular Charges (विशेष शुल्क)
- व्यक्तिगत मालिक द्वारा उठाया गया खर्च।
🔹 9. Measure of Indemnity & Liability to Third Parties (क्षतिपूर्ति की गणना और तृतीय पक्ष उत्तरदायित्व)
- Total Valuation (कुल मूल्यांकन) – क्षति का आकलन।
- Liability to Third Parties (तृतीय पक्ष के प्रति दायित्व) – यदि जहाज या कार्गो के कारण किसी तीसरे पक्ष को नुकसान होता है, तो बीमा कवर प्रदान किया जाता है।
🔹 संक्षिप्त सारांश (Short & Long Summary)
विषय | संक्षिप्त विवरण (Short Summary) |
---|---|
समुद्री बीमा की प्रकृति | समुद्री परिवहन से संबंधित जोखिमों को कवर करता है। |
नीतियों के प्रकार | यात्रा, समय, मिश्रित, मूल्यांकित, अमूल्यांकित, फ्लोटिंग, पोर्ट रिस्क। |
समुद्री बीमा अधिनियम, 1963 | समुद्री बीमा से संबंधित कानूनी नियमों को परिभाषित करता है। |
बीमायोग्य हित | बीमाधारक को वित्तीय हित होना चाहिए। |
खतरे और जोखिम | तूफान, टकराव, समुद्री डकैती, आग। |
क्षतिपूर्ति का उपाय | कुल मूल्यांकन और तृतीय पक्ष देनदारियाँ। |
🔹 निष्कर्ष (Conclusion)
Marine insurance is an essential risk management tool for businesses involved in sea trade. Understanding policy types, risks, liabilities, and claims is crucial for effective insurance planning.
*समुद्री बीमा समुद्री व्यापार में शामिल जोखिमों को प्रबंधित करने का एक आवश्यक साधन है। सही नीति प्रकार, जोखिम और दावों की समझ व्यापार के लिए महत्वपूर्ण है।